Parshuram Sena
सांत बेषु करनी कठिन बरनि न जाइ सरूप।धरि मुनितनु जनु बीर रसु आयउ जहँ सब भूप॥
भगवान परशुराम ने अहंकारी और धृष्ट हैहय वंशी क्षत्रियों का पृथ्वी से २१ बार संहार करने के लिए जाने जाते हैं |Lord Parshuram is known to have killed the haughty and arrogant Kshatriyas 21 times from the earth.
भगवान परशुराम ने अहंकारी और धृष्ट हैहय वंशी क्षत्रियों का पृथ्वी से २१ बार संहार करने के लिए जाने जाते हैं |
Lord Parshuram is known to have killed the haughty and arrogant Kshatriyas 21 times from the earth.
परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं |Lord Parshuram is the sixth avatar of Lord Vishnu.
परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं |
Lord Parshuram is the sixth avatar of Lord Vishnu.
भगवान परशुराम का जन्म ब्राह्मण ऋषि जमदग्नि और उनकी क्षत्रिय पत्नी रेणुका से हुआ था |Bhagwan Parshuram was born to the Brahman sage Jamadagni and his Kshatriya wife Renuka.
भगवान परशुराम का जन्म ब्राह्मण ऋषि जमदग्नि और उनकी क्षत्रिय पत्नी रेणुका से हुआ था |
Bhagwan Parshuram was born to the Brahman sage Jamadagni and his Kshatriya wife Renuka.
परशुराम भगवान वह उन अवतार में से एक हैं जो अमर हैं, बताया जाता है कि जो कलियुग के अंत तक जीवित रहेंगे|He is one of the Immortals who will appear at the end of the Kalyuga.
परशुराम भगवान वह उन अवतार में से एक हैं जो अमर हैं, बताया जाता है कि जो कलियुग के अंत तक जीवित रहेंगे|
He is one of the Immortals who will appear at the end of the Kalyuga.
भगवान परशुरामजी ऐसे महापपुरुषों में से एक हैं जिनका उल्लेख रामायण, और महाभारत, दोनों ही महाकाव्यों में है, और येही नही इनका वर्णन भागवत पुराण और कल्कि पुराण इत्यादि अनेक ग्रन्थों में पाया जाता है |Lord Parashuramji is one of the great soul who are mentioned in both the Ramayana and the Mahabharata epics, and they are not mentioned in many texts like Bhagavata Purana and Kalki Purana
भगवान परशुरामजी ऐसे महापपुरुषों में से एक हैं जिनका उल्लेख रामायण, और महाभारत, दोनों ही महाकाव्यों में है, और येही नही इनका वर्णन भागवत पुराण और कल्कि पुराण इत्यादि अनेक ग्रन्थों में पाया जाता है |
Lord Parashuramji is one of the great soul who are mentioned in both the Ramayana and the Mahabharata epics, and they are not mentioned in many texts like Bhagavata Purana and Kalki Purana